स्मार्ट हाइब्रिड टेक्नोलॉजी मारुति सुजुकी की एक माइल्ड-हाइब्रिड सिस्टम है, जिसे ईंधन की बचत और परफॉर्मेंस सुधारने के लिए डिजाइन किया गया है। यह टेक्नोलॉजी पारंपरिक इंजन के साथ एक इंटीग्रेटेड स्टार्टर जनरेटर (ISG) और लिथियम-आयन बैटरी का इस्तेमाल करती है। कैसे काम करती है स्मार्ट हाइब्रिड टेक्नोलॉजी? 1. इंजन स्टार्ट-स्टॉप फ़ीचर – जब गाड़ी ट्रैफिक में रुकती है, तो इंजन ऑटोमैटिकली बंद हो जाता है और एक्सीलेटर दबाने पर तुरंत स्टार्ट हो जाता है। इससे ईंधन की बचत होती है। 2. रीजनरेटिव ब्रेकिंग – जब गाड़ी ब्रेक लगाती है या धीमी होती है, तो सिस्टम उस ऊर्जा को बैटरी में स्टोर कर लेता है, जिससे इंजन पर लोड कम होता है। 3. टॉर्क असिस्ट – एक्सीलेरेशन के दौरान बैटरी से अतिरिक्त टॉर्क मिलता है, जिससे इंजन की परफॉर्मेंस बेहतर होती है और फ्यूल एफिशिएंसी बढ़ती है। स्मार्ट हाइब्रिड के फायदे बेहतर माइलेज – पारंपरिक पेट्रोल इंजन की तुलना में अधिक फ्यूल एफिशिएंसी। कम कार्बन उत्सर्जन – प्रदूषण कम करने में मदद करता है। स्मूथ ड्राइविंग एक्सपीरियंस – स्टार्ट-स्टॉप टेक्नोलॉजी के कारण कम वाइब्रेशन और बेहतर परफॉर्मे...
What is Sound : Science
हमारे आसपास मौजूद सजीव तथा निर्जीव की एक निश्चित आवाज होती है उस आवाज को वैज्ञानिक भाषा में ध्वनि कहते हैं।
जैसे - चिड़ियों का चहचहाना, घड़ी की टिक टिक, बादलों का गरजना, मशीनों के चलने की आवाज।
प्रयोग :
एक रबड़ लीजिए, उसका एक सिरा हूंक में बांध दीजिए। अब दूसरे सिरे को खींचकर उसके मध्य में पकड़कर छोड़िए।
आपको क्या महसूस होता है ?
आपको दिखेगा की रबड़ को खींचकर छोड़ने से उसके मध्य एक कंपन उत्पन्न हो गया है तथा कंपन की वजह से एक आवाज सुनाई देती है। इससे प्रतीत होता है कि " वस्तुओं में ध्वनि कंपन के कारण उत्पन्न होती है। "
हो सकता है आपको कई परिस्थितियों में कंपन ना दिखाई दे मगर महसूस अवश्य हो सकता है।
जैसे विद्यालय के घंटी के बजने पर उत्पन्न कंपन।
वस्तुओं में ध्वनि उत्पन्न करने की कुछ आसान तरीके -
- आघात से
- तारों को खींचकर छोड़ने से
- रगड़ने से
- फूंक मारने से
कंपन एवं तरंगे :
किसी माध्यम में विचोभ के संचरण को तरंग गति कहते हैं।
तरंग दो प्रकार की हो सकती है।
1. अनुदैर्ध्य तरंग
2. अनुप्रस्थ तरंग
अनुदैर्ध्य तरंग : इसमें कंपन की दिशा, गति की दिशा की ओर होता है।
जैसे - केंचुए की गति।
अनुप्रस्थ तरंग : इसमें कंपन की दिशा, गति के दिशा के लंबवत ( 90 डिग्री ) होता है।
जैसे - सांप की गति।
आवर्त काल : एक कंपन करने मेंं लगा समय
आवृत्ति : एक सेकंड में किए गए कंपन की संख्या। त्र्ग्ग्ग्ग्
मात्रक - हर्टेज
आयाम : कंपन करने के कारण हुई विस्थापन
ध्वनि की प्रवलता एवं तारत्व :
जब हम किसी दोस्त से बातचीत करते हैं तो उसकी ध्वनि और जब हम किसी दोस्त से चिल्लाकर बातचीत करते हैं, दोनों ध्वनि में अंतर होता है।
प्रबलता ध्वनि का वह कौन है जिससे आवाज तीव्र या मंद सुनाई देती है।
तारत्व ध्वनि का गुण है जिसमें हम तीव्र या मद आवाज में अंतर कर सकते हैं।
ध्वनि के प्रकार :
ध्वनि को उसके लक्षणों के आधार पर निम्न भागों में बांटा गया है।
- प्रबल ध्वनि तथा मंद ध्वनि
- मोटी ध्वनि तथा पतली ध्वनि
- प्रिय ध्वनि तथा अप्रिय ध्वनि
- अपश्रव्य ध्वनि (infrasonic sound)
- श्रव्य ध्वनि (audible sound)
- पराश्रव्य ध्वनि (ultrasonic sound)
Infrasonic sound - 20 कंपन प्रति सेकेंड या 20 हर्टज।
जैसे - भूकंप से उत्पन्न ध्वनि तरंगे।
Audible sound - 20 - 20,000 hartz
Ultrasonic sound - 20,000 hartz से अधिक
ध्वनि का संचरण :
ध्वनि का संचरण ठोस, द्रव, गैस तीनों माध्यमों में होता है।
ध्वनि का संचरण निर्वात में नहीं होता है।
ध्वनि का परावर्तन :
प्रकाश की भांति ध्वनि का परावर्तन यानी कि एक माध्यम से दूसरे माध्यम में और फिर पहले माध्यम में वापस आना संभव है।
अलग-अलग पदार्थों से ध्वनि का परावर्तन अलग अलग होता है।
प्रतिध्वनि का उपयोग करके चमगादड़ आने वाले अवरोध से बचते हैं, समुंदर में स्थित किसी वस्तु जैसे पनडुब्बी की गहराई मापने में की जाती है।
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